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Monday 21 March 2016

ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों से आत्मसात करने का लोकगीत सशक्त माध्यम : बालकिशन

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ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों से आत्मसात करने का लोकगीत सशक्त माध्यम : बालकिशन
रंगमंच से ही जोड़ा जा सकता है आमजन की भावनाओं को, राज्यस्तरीय कार्यशाला के चौथे दिन कलाकारों को दिए नाटक बनाने के टिप्स

कुरुक्षेत्र 17 मार्च - हरियाणा के प्रसिद्ध लोक कलाकार बालकिशन जुआ ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों से मन की बात कहने का लोकगीत और लोक संगीत सबसे सशक्त माध्यम है।  इसलिए कलाकारों को लोकगीत और संगीत में परम्परा के साथ नयेपन को जोडऩा होगा। 
       वे वीरवार को मल्टी आर्ट कल्चरल सेंटर में सूचना, जन सम्पर्क एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग की तरफ से आयोजित राज्यस्तरीय कार्यशाला के चौथे दिन बतौर मुख्य वक्ता के रूप में बोल रहे थे। उन्होंने प्रदेश भर से आए लोक कलाकारों को रागनी, लोकगीत, संगीत और बेहतरीन धुन तैयार करने का व्यवहारिक ज्ञान देने के साथ-साथ विभिन्न प्रकार की रागनियों को गा कर बताने का प्रयास किया और कहा कि लोक कलाकारों को हमेशा रियाज़ करते रहना चाहिए और हरियाणा प्रदेश की पारम्परिक संस्कृति को नये परिवेश के साथ जोडक़र प्रस्तुत करने का प्रयास करना चाहिए। उन्होंने करीब दो घंटे से ज्यादा लोकगीतों पर कलाकारों से विस्तृत चर्चा करने के बाद कहा कि सरकार की नीतियों को आमजन तक पहुंचाने का सबसे सशक्त माध्यम केवल लोक कलाकार ही हैं। जो काम अधिकारी, कर्मचारी, समाचार पत्र, प्रचार तंत्र के नये माध्यम नहीं कर सकते, वह काम केवल लोक कलाकार ही करने में सक्षम हैं। 
कार्यशाला के दूसरे व तीसरे सत्र में मंथन थियेटर ग्रुप के निर्देशक उमा शंकर ने लोक कलाकारों को रंगमंच की बारीकियों से रूबरू करवाते हुए कहा कि आमजन की भावनाओं को अपने साथ जोडऩे के लिए नाटक और अभिनय सबसे बेहतर माध्यम है। सबसे पहले नाटक का विषय उद्देश्यपूर्ण होना चाहिए और नाटक में पात्रों को अपने-अपने रोल का ज्ञान और प्रस्तुतिकरण के बारे में जानकारी होनी चाहिए। जब तक कलाकार पात्र के रंग में नहीं रंगता, तब तक मंच पर कोई भी कलाकार बेहतर तरीके से प्रस्तुति नहीं कर पाएगा। इसलिए कलाकार को पात्र की भूमिका में पूरी तरह डूबना होगा और अपनी प्रस्तुति देनी होगी। उन्होंने कलाकारों को नाटक व अभिनय का व्यवहारिक ज्ञान भी दिया। इस कार्यशाला में गीतकार मांगे राम खत्री ने कलाकारों को नये लोकगीत व नई धुन बनाने की बारीकियों के बारे में बताया। 
कार्यशाला के संयोजक एआईपीआरओ डा. नरेंद्र सिंह ने बताया कि 14 मार्च से चल रही कार्यशाला का शुक्रवार को दोपहर बाद समापन होगा। इस कार्यशाला में सात जिलों के 50 से ज्यादा कलाकारों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया है। इस मौके पर जिला सूचना एवं जन सम्पर्क अधिकारी सुनील कुमार भी मौजूद थे। 

एचएसएससी की परीक्षा को शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न करवाने की तैयारियां पूरी : प्रभजोत
20 मार्च को प्रात: व सायं के सत्रों में होगी लिखित परीक्षा, सुबह के सत्र के लिए 24 व सायं के सत्र के लिए बनाए 16 परीक्षा केन्द्र, एडीसी ने परीक्षा की तैयारियों को लेकर अधिकारियों को दिए दिशा-निर्देश

कुरुक्षेत्र 17 मार्च - अतिरिक्त उपायुक्त प्रभजोत सिंह ने कहा कि हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग की 20 मार्च को सुबह व सायं के सत्र में पीजीटी राजनीति शास्त्र व अर्थशास्त्र की लिखित परीक्षा को शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न करवाने के लिए प्रशासन ने अपने स्तर पर सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। इन परीक्षाओं को लेकर सुबह के सत्र में 24 और सायं के सत्र में 16 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इतना ही नहीं, प्रशासन ने इन परीक्षा केंद्रों पर 6 डयूटी मैजिस्ट्रेट भी नियुक्त किए हैं।
वे वीरवार को लघु सचिवालय के सभागार में एचएसएससी की परीक्षाओं की तैयारियों की समीक्षा को लेकर परीक्षा केंद्र के अधिकारियों व उडऩदस्तों के सदस्यों की एक बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के आदेशानुसार 20 मार्च को होने वाली परीक्षा सुबह व सायं के सत्र के लिए परीक्षा केंद्रों पर अधिकारियों व कर्मचारियों की डयूटी लगा दी गई है और परीक्षा केंद्रों के बाहर सुरक्षा व्यवस्था के लिए पर्याप्त मात्रा में पुलिस बल भी नियुक्त करने के निर्देश दिए गए हैं। इन परीक्षाओं के लिए प्रशासन की तरफ से एसडीएम थानेसर सतबीर कुंडु को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी इन परीक्षाओं को नकल रहित व शंातिपूर्ण ढंग से सम्पन्न करवाने के प्रयास करेंगे। इस मामले को सभी अधिकारी गंभीरता से लेंगे और किसी प्रकार की लापरवाही सहन नहीं की जाएगी। 
एचएसएससी के सचिव राजीव डूडेजा ने परीक्षाओं के लिए आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए कहा कि विद्यार्थियों से सम्बंधित सभी जरूरी सूचनाएं परीक्षा केंद्र के सूचना पट पर चस्पाई जाएंगी। फ्लाईंग स्क्वैड परीक्षा केंद्रों तक जरूरी दस्तावेज पहुंचाने व ले जाने का काम करेंगे। चार परीक्षा केंद्रों पर एक उडऩदस्ते को नियुक्त किया गया है। सभी परीक्षा केंद्रों के अधीक्षक अपने-अपने परीक्षा केंद्रों में 19 मार्च तक सभी प्रकार की तैयारियां पूरी करना सुनिश्चित करेेंगे। प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर एचएसएससी के अधिकारी सहायता के लिए उपलब्ध रहेंगे। पुलिस के अधिकारी व कर्मचारी समय रहते परीक्षा केंद्रों पर पहुंचना सुनिश्चित करेेंगे।
उन्होंने कहा कि किसी भी परीक्षार्थी को एडमिट कार्ड और पहचान पत्र ही ले जाने की इजाजत दी जाएगी। इसके अलावा परीक्षा खत्म होने से पहले डयूटी देने वाले अधिकारी नियमों की पालना करते हुए विद्यार्थियों को केवल प्रश्र पत्र और विद्यार्थी की प्रति ही ले जाने की अनुमति देंगे और कक्षा में भी निर्धारित संख्या में ही विद्यार्थियों के बैठने की व्यवस्था करेंगे। इस बैठक में एसडीएम सतबीर कुंडु व डीएसपी नुपुर बिश्नोई ने भी कुछ आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इस मौके पर डीएसपी रमेश गुलिया, डीआरओ अशोक मलिक, जिला शिक्षा अधिकारी सुमन आर्य, डीआईपीआरओ सुनील कुमार सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे। 

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हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग की परीक्षा को लेकर धारा-144 लागू

जिलाधीश एवं  उपायुक्त सीजी रजिनिकांतन ने हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग द्वारा राजनीति शास्त्र व अर्थशास्त्र (पीजीटी)के शिक्षकों की नियुक्ति के लिए 20 मार्च 2016 को होने वाली लिखित परीक्षा को सुचारू रूप से सम्पन्न करवाने के लिए जिला कुरुक्षेत्र के सभी परीक्षा केंद्रों की 200 मीटर की परिधि में धारा-144 लगाने के आदेश जारी किए गए हैं। जिलाधीश ने जारी आदेशों में कहा है कि 20 मार्च को सुबह 10 बजे से लेकर सायं 5 बजे तक पीजीटी की परीक्षा को लेकर धारा-144 लागू की गई है। कोई भी व्यक्ति परीक्षा केंद्रों के 200 मीटर के दायरे में मोबाइल फोन, हथियार, वाई-फाई डिवाईस नहीं ले जा पाएगा। इतना ही नहीं, परीक्षा केंद्रों के आस-पास 20 मार्च को दुकानदार अपनी फोटोस्टेट की मशीन भी बंद रखेंगे। जो भी व्यक्ति इन आदेशों की अवहेलना करेगा, उसके खिलाफ आईपीसी की धारा-188 के तहत कार्रवाई की जाएगी। 

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कुरुक्षेत्र 17 मार्च - कुरुक्षेत्र के आमजन को चाहिए कि विश्व के मानचित्र पर पर्यटन में अग्रणीय अपने जिले के लडक़ा-लडक़ी लिंगानुपात को बराबरी पर लाकर भारत में नम्बर एक जिला बनाएं क्योंकि बड़े खेद की बात है कि आय में कुरुक्षेत्र जिला अग्रणीय है जबकि लिंगानुपात में पिछड़ा हुआ है। 
यह विचार जिला उपायुक्त सीजी रजिनिकांतन ने वीरवार को पंचायत भवन के सभागार में व्यक्त किए जोकि महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा खंड स्तर के बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ पंच सरपंच सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत कर रहे थे। उन्होनें कहा कि बेटा बड़ा होकर नशेबाज एवं क्रीमिनल बन जाता है, जबकि बेटी जितनी बड़ी होती है, उतनी ही समझदार व संस्कारी बनती है और जिम्मेदारी अपने आप समझने लगती है। जिस तरह पानी की निकासी न होने से तथा कूड़ा कचरा कुछ लोगों के इधर-उधर फैंकने से बीमारी का प्रकोप सारे गांव को झेलना पड़ता है, उसी तरह कुछ लोग जो लडक़ा-लडक़ी में फर्क समझते हैं की तुच्छ सोच के कारण सारे समाज को शर्मसार होना पड़ता है। 
उपायुक्त ने कहा कि हरियाणा प्रदेश की सभी पंचायतें शिक्षित हैं। इस मिशन में जी-जान से जुट जाएं। जिस पंचायत के अच्छे परिणाम आएंगे, उस पंचायत को जिला प्रशासन द्वारा सम्मानित किया जाएगा और जो पंचायत इस मिशन में लगन से काम नहीं करेंगी तथा परिणाम अच्छे नहीं होंगे तो उन्हें दंडित भी किया जाएगा। उन्होंने जिला की महिलाओं से आहवान किया कि वे 33 फीसदी आरक्षण की बजाय 100 फीसदी बेटियों के जन्म का अधिकार सुनिश्चित करें। इस अवसर पर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान की जिला कुरुक्षेत्र की रोल मॉडल प्रो. संतोष दहिया ने बेटियों पर आधारित एक कविता प्रस्तुत की। जिला कार्यक्रम अधिकारी गुरविंद्र कौर मल्ली, हरियाणा बिजली वितरण निगम के उप-मंडल अधिकारी गौरव लोहचब, जन स्वास्थ्य विभाग के उपमंडल अधिकारी जयपाल सांगवान, शिक्षा विभाग से प्रिंसीपल भजन लाल, स्वास्थ्य विभाग से डा. आरके सहाय एवं डा. सतविंद्र आदि ने भी इस सम्मेलन में अपने-अपने विभाग की तरफ से सभी पंचायतों को जानकारी दी।

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एचआईवी का अस्पतालों में निशुल्क उचित उपचार उपलब्ध है : प्रभजोत
एचआईवी की रोकथाम के लिए लोगों को जागरुक करना जरूरी, एडीसी ने ली जिला टास्क फोर्स की बैठक

कुरुक्षेत्र 17 मार्च - अतिरिक्त उपायुक्त प्रभजोत सिंह ने कहा कि एडस की रोकथाम के लिए लोगों को जागरुक करना बहुत जरूरी है। इस बीमारी के संक्रमण होने पर समय रहते जिला अस्पतालों में मुफ्त उचित उपचार करवाया जाना चाहिए।    वे वीरवार को देर सायं लघु सचिवालय के सभागार में जिला टास्क फोर्स की बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। 
उन्होंने एडस की रोकथाम पर बोलते हुए कहा कि रोकथाम के लिए केवल जांच किए हुए रक्त व उत्पादों का प्रयोग करें। केवल सरकार द्वारा लाईसेंस प्राप्त ब्लड बैंकों से ही रक्त लें। केवल नई संक्रमण रहित सीरिंज और सुईयों का ही प्रयोग करें। यह माता से बच्चे में न फैलने पाए, इसकी रोकथाम के लिए उपलब्ध सेवाओं का प्रयोग करें। उन्होंने कहा कि एचआईवी संक्रमित व्यक्ति को छूने से, हाथ मिलाने या उसे गले लगाने से नहीं फैलता है। इसलिए संक्रमित व्यक्ति से घृणा नहीं करनी चाहिए। डिप्टी सिविल सर्जन डा. मधु शर्मा ने कहा कि एचआईवी मच्छरों के काटने से, एचआईवी संक्रमित व्यक्ति के बर्तनों, कपड़ों का प्रयोग करने से व साथ भोजन करने से नहीं फैलता है। इसके अलावा किसी संक्रमित व्यक्ति द्वारा प्रयोग किए गए कम्प्यूटर, टेलीफोल अथवा दूसरे उपकरणों का उपयोग करने से भी नहीं फैलता। डिप्टी सिविल सर्जन डा. केके शर्मा ने कहा कि जिला कुरुक्षेत्र में एचआईवी काऊंसलिंग के लिए  पांच सेंटर बनाए गए हैं। इन काऊंसलिंग सेंटरों पर निशुल्क जानकारी मुहैया करवाई जा रही है। 
उन्होंने कहा कि एडस की पहचान कुछ प्रमुख लक्ष्णों से की जा सकती है, जिनमें 6 महीने में शरीर का 10 प्रतिशत वजन कम होना, महीने भर से अधिक बुखार का होना और अधिक समय तक डायरिया बने रहना, महीने से अधिक समय तक लगातार खांसी आना, त्वचा में बार-बार खुजली होना, मुंह और गले में छाले आना इत्यादि शामिल हैं। इस मौके पर डीएसपी कृष्ण कुमार, डीआरओ अशोक मलिक, डीईओ सुमन आर्य, पीओ गुरविंद्र कौर मल्ली, डा. एनपी सिंह, रैडक्रास सचिव कुलबीर मलिक, एडीए सुरेश कुमार व डा. मलकीत सिंह सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।

जल क्रंाति अभियान पर राज्य स्तरीय कार्यशाला हिरमी में 19 मार्च को
कुरुक्षेत्र 17 मार्च - भारत सरकार के जल संसाधन, नदी विकास और गंगा पूर्णोद्धार मंत्रालय की तरफ से जल क्रंाति अभियान के तहत हिरमी के सभागार में 19 मार्च को एक राज्यस्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा हैं। इस कार्यशाला के मुख्यातिथि हरियाणा सिंचाई विभाग के इंजीनियर इन चीफ अनिल कुमार गुप्ता होंगे। इस सैमिनार में सिंचाई विभाग, कृषि, बागवानी, मतस्य, पशुपालन, नाबाडऱ्, नेहरु युवा विकास मंडल, वन, शिक्षा, बैंक इत्यादि विभाागों के प्रतिनिधि भाग लेंगे। यह जानकारी जल क्रांति अभियान के नोडल अधिकारी पीडी ज्ञांबा ने दी हैं।

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